बारां, 19 सितंबर। भारतीय किसान संघ की बैठक धानमंडी स्थित किसान भवन में संपन्न हुई। जिसमें सोयाबीन के भावों में कमी व अतिवृष्टि से हुए फसल खराबे की मांग को लेकर धरने प्रदर्शन कर आंदोलन की शुरुआत करेगा। आंदोलन के प्रथम चरण में तहसीलों में धरने प्रदर्शन कर जिला मुख्यालय पर 30 सितंबर को प्रदर्शन किया जावेगा। इसके बाद भी सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो आंदोलन तेज किया जावेगा। किसान कार्यकर्ताओं ने चिंता व्यक्त करते हुए इसके समर्थन मूल्य में वृद्धि की आवश्यकता जताई। जिलाध्यक्ष अमृत छ्जावा की अध्यक्षता में बैठक में तय किया कि जिले के प्रत्येक तहसील केंद्र पर धरने प्रदर्शन कर सरकार के सामने दृढ़ता के साथ मांग रखी जायेगी।
ये है मांगें
जिला मंत्री देवकिशन नागर ने बताया कि बारिश से खराबे का सर्वे कर आपदा राहत व फसल बीमा की मांग के साथ ही सोयाबीन का समर्थन मूल्य बढ़ाकर 6000 रुपए प्रति क्विंटल पर सरकार खरीद करे। डीएपी खाद की पर्याप्त आपूर्ति की सरकार अविलंब व्यवस्था करे।
तहसीलों में होंगे प्रदर्शन –
जिला मुख्यालय पर 30 सितंबर को प्रदर्शन किया जावेगा। इससे पूर्व मांगरोल में 26, बारां में 25 , अंता में 26 , किशनगंज में 25 , अटरू में 27, नाहरगढ़ में 24 को, केलवाड़ा में 27, शाहबाद में 26, कवाई में 26, छबड़ा में 25 को , हरनावदा शाहजी में 25, सीसवाली में 24 को, छीपाबड़ौद 25 में सितंबर को संबंधित तहसीलों के किसान प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देंगे।
संभाग प्रचार प्रमुख हेमराज यदुवंशी ने बताया कि बैठक में प्रांत अध्यक्ष शंकर लाल नागर समेत राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य कैलाश गंदोलिया, प्रांत उपाध्यक्ष विक्रम सिंह सिरोहीया व मंत्री जगदीश खाती, संभाग से यू मंत्री भूपेंद्र शर्मा, जैविक प्रमुख चौथमल नागर, उपाध्यक्ष मोहन लाल मीणा, भीम सिंह सारस्वत आदि कई वरिष्ठ कार्यकर्ता उपस्थित थे। साथ ही तहसीलों के अध्यक्ष मंत्री उपस्थित थे।

Author: Third Eye News 24
सत्यमेव जयते