डोल मेला-2024
विशेष रिपोर्ट-2
बारां 23 सितम्बर। हाड़ौति का ख्यातनाम डोल मेला अब पूरे सबाब पर है। जलझूलनी एकादशी पर निकली ऐतिहासिक देवविमान शोभायात्रा के बाद से ही मेले में धीरे-धीरे रौनक होने लगी थी। लेकिन रविवार को भीड़ इतनी अधिक थी देर रात तक रेलमपेल बनी रही। हालांकि शुक्रवार से मेले में भीड़ उमड़नी शुरू हो गई थी। लेकिन वह आशानुरूप नहीं थी। लोग मेले में मनोरंजन की दृष्टि से अधिक आ रहे थे। जिससे दुकानें लगाने वाले व्यापारी निराश थे। लेकिन अब उनकी निराशा दूर हो गई है। खरीदारी में तेजी आ गई है। शनिवार को मेला रंगमंच पर राजस्थानी कवि सम्मेलन व रविवार को आर्केस्ट्रा होने से होने से व्यापारियों को भीड़ में इजाफा होने की उम्मीद रही। छबड़ा, मांगरोल, अंता, सीसवाली, किशनगंज आदि ग्रामीण क्षेत्रों से श्रोता कवि सम्मेलन में पहुंचे थे।
एमपी के गांवों-कस्बों से भी पहुंच रहे लोग-
बारां नगर परिषद द्वारा आयोजित होने वाले इस डोल मेले में जिले सहित समीपवर्ती मध्यप्रदेश के गांवों व कस्बों से भी लोग पहुंच रहे हैं। चौमुखा क्षेत्र निवासी कौशलकांत शर्मा ने बताया कि प्रतिदिन दोपहर बाद एमपी के गुना की तरफ से आने वाली यात्री ट्रेनों से उतरकर यात्री मेले में पहुंंच रहे हैं। जैसे ही ट्रेन बारां स्टेशन पर रूकती है, लोगों का हुजूम बाहर आता नजर आता है। जिससे स्टेशन रोड़ पर गहमागहमी बनी रहती है।
गुलजार हुए मेले के बाजार-
शाम ढलते ही मेले में रौनक शुरू हो जाती है। रात 8 बजे बाद से मेला पूरी तरह यौवन पर आ जाता है। जो मध्यरात तक बना रहता है। मेले के सभी बाजार रंग-बिरंगी रोशनी से गुलजार हैं। जिसकी छटा देखते ही बनती हे। जबकि दिन में शाम ढलते ही ग्रामीण क्षेत्र से लोग परिवार के साथ मेले में आ रहे हैं। जो जरूरत के सामान खरीद कर ले जाते हैं।
हर तरह के हैं बाजार-
मेलार्थियों की सुविधा के लिए मेले में विशेष बाजार बनाए गए हैं। मनिहारी बाजार में केवल महिलाओं और उनके साथ आने वाले परिवार जनों को ही भीड़ रहती है। जो निश्चिंत होकर अपनी जरूरत के सामान व सामग्री खरीद रहे हैं। सौंदर्य प्रसाधन से लेकर चूड़ी, चप्पल, जूतियां, रेडिमेड कपड़े, प्लास्टिक और सजावटी समेत हर आयटम की दुकानें इसमें हैं। इसी तरह बर्तन, कपड़ा, खिलौना, चाट, चौपाटी, मैन बाजार आदि सजे हुए हैं।
पुलिस की विशेष सुरक्षा-
मेले में इस बार भी पुलिस की चाक-चौबंध व्यवस्था की हुई है। जिससे यहां व्यापारियों समेत मेलार्थियों को 24 घंटे सुरक्षा मुहैया हो रही है। मीना बाजार में तो पुलिस द्वारा मनचलों को प्रवेश करने से पहले द्वार पर ही टोक दिया जाता है। जबकि महिला व पुरूष पुलिस कर्मियों सहित सादा वर्दी में भी अतिरिक्त जाप्ता मेले में हर जगह तैनात किया हुआ है। दिन में भी महिला पुलिस कर्मी निरंतर ड्यूटी पर रहती है।
नगर परिषद की पूरी रहती है मुस्तैद-
मेलाध्यक्ष योगेंद्र मेहता के साथ-साथ नगर परिषद के अधिकारी व कर्मचारी एवं पार्षद मेला संचालन में एकजुटता के साथ लगे हुए हैं। रात को रंगमंच पर होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों समेत मेलार्थियों, व्यापारियों एवं कार्यक्रम प्रस्तुत करने आने वाले कलाकारों व अतिथियों को किसी प्रकार की असुविधा न हों, इसका ध्यान रखती है।
क्या कहते हैं व्यापारी-
झूला-डोलर लेकर यूपी से आए राजेश कुमार ने बताया कि मौसम भी साफ बना हुआ है। उनको उम्मीद है कि मेला पिछली बार से और अच्छा भरेगा। एमपी के ग्वालियर से आए फैंसी आयटमों के विक्रेता कमल मलिक ने बताया कि शुक्रवार से मेले में भीड़ उमड़ना शुरू हुई है। जो अब रूकने वाली नहीं है।

Author: Third Eye News 24
सत्यमेव जयते