अद्भुत हो गई छोटू सिंह की भजन संध्या, झूम उठा पांडाल
श्रोताओं ने सुधबुध खोई, रावणा के स्वागत के लिए मची अफरातफरी
बारां 25 सितम्बर। मंगलवार की रात्रि डोल मेला रंगमंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की कड़ी में आयोजित हुई भजन संध्या यादगार साबित हुई। गायक कलाकार छोटु सिंह रावणा के मीठे भजनों पर हजारों श्रोता देर रात तक भक्तिरस में गोते लगाते रहे।
सर्वप्रथम मंच पर श्रीगणेश के स्तुतिगान से राकेश प्रजापति ने कार्यक्रम का आगाज किया। इसके बाद गायक कलाकार रावणा ने हारे के सहारे आजा, सांवरा मेरे साथ है, हीरां मोती सूं नजरां उतार दू…. बांस की बांसुरी पर तु घणों इतरावे जैसे भजनों की झड़ी लगाकर दर्शकों कोे भाव विभोर कर दिया और वे सुधबुध खोकर पांड़ाल में नृत्य करने लगे। भजन संगीत की दुनियां में अपनी बुलन्द आवाज से देश का नाम रोशन करने वाले राष्ट्रवादी भजन गायक रावणा ने अपनी आवाज का जादू बिखेरते हुए हनुमान चालीसा का सुन्दर चित्रण किया तो दर्शक भी उनके सुर मे सुर मिलाने लगे। बाड़मेर के कोटड़ा निवासी रावणा ने बड़ी ही खूबसुरती से हम कथा सुनाते रामसकल गुणगान की जैसे भजन से लवकुश काण्ड और मंगल भवन अमंगल हारी की धुन के साथ रामचरित मानस का सम्पूर्ण किन्तु संक्षिप्त चित्रण किया तो दर्शक भावविभोर हो उठे। रावणा ने भजन के साथ-साथ नीले घोड़े रा अवसार, म्हारा मेवाड़ी सरकार भजन से महाराणा प्रताप की शौर्य गाथा सुनाई और रानी पदमावती के स्वाभिमान का भी जिक्र किया। मंच पर रावणा के स्वागत के लिए होड़ मची रही और पुष्पवर्षा से लोग उनका मान बढाते रहे। उन्होने महिला दर्शकों की फरमाईश पर कबीरदास के भजन भी सुनाए। यह मंदिर नही साधारण, यह धर्म की गौरव गाथा है, कैसे भूले धर्म को हम, यह मन्दिर याद दिलाता है जैसे भजन पर उन्होने दर्शकदीर्घा में तालियों का पहाड़ खड़ा कर दिया।। उन्होने रात्रि 1 बजे तक नाॅनस्टाॅन भजन गाये और विराम नही लिया। हजारों महिला पुरूषों ने भी उनका भरपूर साथ दिया। खचाखच भरे पंडाल में हर भजन पर दर्शक नृत्य करते रहे और बार-बार खडे होकर जयकारे लगाते रहे।
कीर्तन की है रात, दरबार सज्यों प्यारों है…..
कीर्तन की है रात, दरबार सज्यों प्यारों है….. जैसे भजनों ने दर्शकों के मानस पटल पर गहरा असर डाला। कार्यक्रम के दौरान पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने स्वंय उपस्थित रह कर पुलिस व्यवस्था संभाली। आयोजन की शुरूआत में डोलमेला अध्यक्ष योगेन्द्र मेहता, प्रदीप विजयवर्गीय, मयंक माथोडिया, प्रशान्त भारद्वाज, रोहित सक्सेना, यशवंत अर्जुन सहित श्रीश्याम मित्र मण्डल तथा राजपूत समाज की ओर से सभी कलाकारों का माल्यापर्ण और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
मेला रंगमंच पर आज
डोल मेला रंगमंच पर आज सोयब खान के निर्देशन में द परफेक्ट वेंडिग प्लानर कव्वाली मुकाबले का आयोजन प्रस्तुत करेगा जिसमें उत्तर प्रदेश के कव्वाल शाहरूख साबरी और शहनाज वारसी अपनी कव्वाली पेश करेंगें। मेलाध्यक्ष योगेन्द्र मेहता ने आमजनता से अपील की है कि वे अधिक से अधिक सख्या में पधारकर कार्यक्रम का लुत्फ उठावें।

Author: Third Eye News 24
सत्यमेव जयते