- डोल मेला-2024
विशेष रिपोर्ट-4
बारां 28 सितम्बर। नगर परिषद द्वारा जिला मुख्यालय पर आयोजित हाड़ौति का ख्यातनाम डोल मेला पूर्ण यौवन पर है। मेले में अब भारी भीड़ उमड़ने से बाजार ठसाठस रहने लगे हैं। रात 1 बजे बाद तक भी खरीदारी जारी रहती।
इस बार मनोरंजन के लिए हर तरह के साधन उपलब्ध हैं। जिनमें प्रमुख रूप से बोट, ऊंट सवारी, मौत का कुंआ, सुनामी झूला, क्रॉस और हवाईझूला समेत छोटे-बड़े अन्य झूले लगे हुए हैं। वहीं डोल तालाब की पाल पर सजा चौपाटी बाजार का अलग ही आकर्षण बना हुआं है। यहां तालाब को दिए जा रहे हैरिटेज लुक की बदौलत सम्पूर्ण तालाब का कायाकल्प हो रहा है। रात्रि में तो यहां का नजारा देखते ही बनता है। पाल के किनारे पर सजे चौपाटी बाजार, मीणा समाज मंदिर, तालाब में बने टापू व शिव मंदिर पर झिलमिलाती दूधिया रोशनी से नहा रहे समूचे तालाब में मध्य रात्रि तक भारी चहल-पहल बनी रहती है। लोग परिवार के साथ चौपाटी बाजार में खानपान और झूला मार्केट में चकरी-झूलों व अन्य मनोरंजन के साधनों का लुत्फ उठा रहे हैं।
परिवार सहित मेले का उठाने आ रहे लुत्फ-
शनिवार को मेला रंगमंच पर अखिल भारतीय कवि सम्मेलन को देखते हुए शाम ढलते ही मेले में लोग उमड़ना शुरू हो गए। व्यापारियों को भी इस दिन का खास इंतजार रहता है। इस दिन दूर-दराज से लोग निजी साधनों से बड़ी संख्या में मेला देखने और कवि सम्मेलन सुनने आते हैं। नौकरी-पेशा और शहरी क्षेत्र से लोगों ने भी अवकाश को देखते हुए परिवार सहित मेले का लुत्फ उठाने आते हैं। रात को उमड़ने वाली भीड़ का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जनता मार्केट, अस्पताल रोड पर एसबीआई बैंक, दीनदयाल पार्क तक, मांगरोल रोड पर माथना तिराहे तक कारों, ट्रेक्टर-ट्रॉलियां व ऑटो की कतारें लगी रहती हैं।
खरीदारी में बूम-
डोल मेले में जिले सहित समीपवर्ती कोटा, बूंदी व झालावाड़ तथा मध्यप्रदेश के गुना, शिवपुरी व श्योपुर के ग्रामीण क्षेत्र से भी लोग मेला देखने आ रहे हैं। मेले में बढ़ती भीड़ से खरीदारी में आए बूम के चलते व्यापारी प्रसन्नता जाहिर कर रहे हैं। प्रतिवर्ष भीलवाड़ा से मेले में आयुर्वेद की दवाईयां बेचने आने वाले सोनू जौहरी व फ्रेमिंग वर्क करने वाले मुकेश पांचाल ने बताया कि शुरूआत फीकी थी। लेकिन अब अच्छा माहौल है। मेले में बिक्री बढ़ गई है।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी उमड़ रही भीड़-
मेलाध्यक्ष योगेंद्र मेहता ने बताया कि डोल मेला रंगमंच पर प्रतिदिन हो रहे सांस्कृतिक कार्यक्रमों में दर्शकों की अच्छी खासी भीड़ उमड़ रही है। राजस्थानी कवि सम्मेलन, मुशायरा, छोटू सिंह रावड़ा की खाटूश्याम भजन संध्या, एक शाम शहीदों के नाम व कव्वाली मुकाबला सहित प्रतिदिन हो रहे सांस्कृतिक कार्यक्रमों में श्रोता भरपूर लुत्फ उठा रहे हैं। नगर परिषद एवं पुलिस प्रशासन की टीम मेलार्थियों व व्यापारियों की सुरक्षा व सुविधाओं को पूरा ध्यान रखे हुए। अभी मेले में स्तरीय सांस्कृतिक कार्यक्रम होने बाकी है।
झिलमिलाती दूधिया रोशनी से नहा रहे समूचे तालाब
मनिहारी बाजार में विशेष रौनक-
मेले में सजाए मनिहारी बाजार में सर्वाधिक भीड़ महिलाओं की रहती है। जिसमें महिलाओं को अपने सौंदर्य प्रशाधन, आर्टिफिशियल ज्वैलरी से लेकर चूड़ी, चप्पल, जूतियां, रेडिमेड कपड़े, घरेलू सामग्री, कपड़े, प्लास्टिक और सजावटी वस्तुओं समेत हर जरूरत की चीजें मिल जाती है।

Author: Third Eye News 24
सत्यमेव जयते