पीडित ने जिला कलेक्टर के माध्यम से सिंचाई मंत्री को प्रषित किया पत्र बारां।जिले की छीपाबड़ौद तहसील क्षेत्र की लघु सिंचाई परियोजना उतावली से ग्राम पछाड ग्राम हरनावदा के किसानों को पानी देने की मांग को लेकर एक किसान ने सिंचाई मंत्री के नाम जिला कलेक्टर को पत्र प्रेषित किया है। इन गांवों में किसानों को सिंचाई के लिए पिछले 20 वर्ष से पानी नहीं मिल रहा है।
पत्र में पछाड़ निवासी पटवर्धन सिंह पुत्र मोहन सिंह ने बताया कि राजस्थान सरकार ने 11 सितंबर 1996 को 197.00 लाख रूपए उतावली लघु सिंचाई परियेजना से किसानां की कृषि भूमि सिंचित करने के लिए तालाब का निर्माण कराया था। जिससे ग्राम उतावली, गोविंदपुरा, छीपाबडौद, हरनावदा, पछाड क्षेत्र के गांवों को पानी देने के लिए निर्माण किया गया। लेकिन 20 वर्ष से ग्राम पछाड ग्राम हरनावदा के किसानों को सिंचाई के लिए पानी नहीं दिया जा रहा है। किसानों की भूमि सिंचाई के अभाव में भूमि पड़त हो चुकी है। वहीं किसानां की आर्थिक हालात बहुत खराब हैं।
पत्र में पटवर्धन ने बताया कि ग्राम पछाड व गांव हरनावदा में पानी सिंचित करने के लिए ग्रामों का सर्वे भी किया गया था, लेकिन सिंचाई विभाग के अधिकारियों की मनमानी पूर्ण तरीकों से गावोंं में नहर का निर्माण तक नहीं किया गया। सर्वे भी दो-तीन बार कर लिया गया, अधिशांषी अभियंता सिंचाई खंड बारां ने गांवों के किसानों की हालत के बारे में गहनता से ध्यान नहीं दिया गया। गांवों के गरीब किसान अशिक्षित होने के कारण अधिशाषी अभियंता ने सिंचाई विभाग द्वारा लापरवाही से पूर्ण तालाब का निर्माण करने के बाद सिंचित कार्य पूर्ण नहीं किया है।
गांवों के टयूबवैल एवं कुए तक सुख गए हैं। सिंचाई अधिकारियों ने पानी की आवक क्षमता कम कर दी है। सिंचाई विभाग द्वारा नहर का निर्माण नहीं करने से पछाड व ग्राम हरनावदा में सिंचाई के लिए पानी भेजना आवश्यकता था। इसलिए वेस्ट वियर की ऊंचाई घटा दी गई है। सिंचाई अधिकारियों ने ऐसा क्यों किया, जबकि पानी की आवक क्षेत्र 6.51 वर्ग किमी है। जिसका लक्ष्य 709.45 हैक्टेयर भूमि सिंचित होना था, लेकिन आपके अधीनस्थ सिंचाई अधिकारियों ने इन गांवों को पानी देना उचित नहीं समझा।
पटवर्धन सिंह ने बताया कि 7 अप्रैल को अधिशाषी अभियंता बारां सिंचाई विभाग बारां को पत्र रजिस्टर्ड डाक से प्रेषित किया था, जिसे वापस कर दिया गया है। जो कि उक्त अधिकारी की नाराजगी प्रकट करती है एवं गांव पछाड़ और गांव हरनावदा की कृषि भूमि को नहर से सिंचाई करने के बारे में कोई रूचि नहीं है। पत्र में मांग की गई है कि ग्राम पछाड़ व हरनावजागीर की संपूर्ण कृषि भूमि को सिंचित करने का आदेश दिया जाए, पूरे मामले की जांच कर दोषी अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

Author: Third Eye News 24
सत्यमेव जयते