बारां। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा शनिवार को बारां स्थित निजी होटल में जिला स्तरीय वित्तीय साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारतीय रिजर्व बैंक के उप महाप्रबंधक विकास अग्रवाल रहे। उन्होंने महिलाओं के लिए वित्तीय योजना बनाने के आवश्यक ज्ञान और कौशल के विकास पर बल दिया। ताकि वे आत्मनिर्भर बनकर अपने वित्तीय निर्णय स्वयं ले सकें।
रिजर्व बैंक जयपुर के प्रबंधक कपिलकांत सैनी ने ऋण योजनाओं, बीमा उत्पादों और डिजिटल धोखाधड़ी से बचाव के उपायों पर विस्तृत जानकारी दी। वहीं, रिजर्व बैंक के सहायक महाप्रबंधक जे.के. नायर ने विभिन्न ऋण योजनाओं और साइबर सुरक्षा उपायों पर महत्वपूर्ण चर्चा की। सैन्ट्रल बैंक कोटा के क्षेत्रीय प्रमुख गौरव त्यागी ने भी वित्तीय साक्षरता के महत्व को रेखांकित किया। नाबार्ड के डीजीएम आर.पी. शर्मा ने वित्तीय धोखाधड़ी के प्रकारों और उनसे बचाव के उपायों पर एक प्रभावी प्रस्तुति दी।
रिजर्व बैंक की सहायक महाप्रबंधक मृदुला माहेश्वरी ने डिजिटल सुरक्षा और साइबर धोखाधड़ी से संबंधित जानकारी साझा की। इसके साथ ही कपिलकांत सैनी ने नोट वापसी नियमों और जाली नोटों की पहचान पर विशेष चर्चा की। शिविर के समापन पर प्रतिभागियों के लिए एक क्विज प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें सही उत्तर देने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरित किए गए।
इस अवसर पर एवीआरकेजीबी (रिजनल मैनेजर बारां) एस.एन. बैरवा, नाबार्ड डीजीएम, आर.पी. शर्मा, राजीवीका डीवीएम राजीव तोमर, एफएलसीसी, रुड़सेठी, सीएफएल इंचार्ज एसबीआई, सीबीआई, यूको बैंक, आईसीआईसीआई बैंक सहित अन्य बैंकों के स्टेकहोल्डर, एसएचजी समूह की महिला सखी व बैंक सखी, एफपीओ (किसान समूह) और जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए एमएसएमई उद्यमी व व्यवसायी उपस्थित रहे।
सैन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया, बारां के अग्रणी जिला प्रबंधक जनवेद मीना ने बताया कि इस शिविर का उद्देश्य वित्तीय साक्षरता को बढ़ावा देना और समुदाय में आर्थिक जागरूकता को विकसित करना था। अग्रणी जिला प्रबंधक मीना ने आभार व्यक्त किया।

Author: Third Eye News 24
सत्यमेव जयते