- डोल मेला-2024
विशेष रिपोर्ट-1
परवान चढ़ने लगा डोल मेला
-ग्रामीण क्षेत्र से उमड़ने लगे लोग, देर रात तक रहती है मेले में रौनक
बारां 18 सितम्बर। नगर परिषद द्वारा आयोजित हाड़ौति का ख्यातनाम डोल मेला दिनोंदिन परवान चढ़ने लगा है। शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र से लोग उमड़ रहे हैं। इस बार नगर परिषद की ओर से मेले को भव्यता देने के लिए विशेष नवाचार किए गए हैं। जिससे मेले का आकर्षण और बढ़ गया है। वहीं मैने मार्केट में प्रताप चौक से धर्मादा चौराहा तक विद्युत झालरें लगा दी गई है। जिससे पूरी सड़क दूधिया व रंगीन रोशनी से नहाई हुई है। मेले में मुख्य प्रवेश द्वार से पहले की गई इस लाईटिंग से मेले में चार चांद लग गए हैं।
डोल तालाब की पाल पर लुभा रही है चौपाटी
मेलाध्यक्ष योगेंद्र मेहता एवं आयुक्त सौरभ जिंदल सहित नगर परिषद की टीम द्वारा मेले को यादगार बनाने के लिए किए गए नवाचार की अब लोग प्रशंषा करने लगे हैं। शुरूआत में कई तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आई थी। लेकिन अब उन पर विराम लग चुका है। नवाचार की बदौलत ही परिषद को मेले से होने वाली आय में भी इजाफा होगा। झूला-पार्किंग तथा तालाब में बोटिंग शुरू करने से मेले की कई आय गुना बढ़ जाएगी। जो अबतक की आय में सर्वाधिक रहेगी।
देर रात तक रहती है रौनक
मौसम साफ रहने से मेले में देर रात तक लोगों की भीड़ उमड़ने से रौनक बनी रहती है। लोग मेले में खरीदारी, खानपान और मनोरंजन का लुत्फ उठाने लगे हैं। जलझूलनी एकादशी पर निकली ऐतिहासिक देवविमान शोभायात्रा के बाद से ही मेले में धीरे-धीरे रौनक होने लगी थी। ग्रामीण क्षेत्र से लोग शाम ढलते ही मेले में पहुंच जाते हैं। वहीं नौकरी-पेशा और शहरी क्षेत्र से लोग परिवार मनपसंद खरीदार कर रहे हैं।
बाजार हो रहे गुलजार
शाम ढलते ही मेले में रौनक शुरू हो जाती है। रात 8 बजे से मेला पूरी तरह यौवन पर आ जाता है। जो मध्यरात तक बना रहता है। मेले के सभी बाजार रंग-बिरंगी रोशनी से गुलजार रहते हैं। जिसकी छटा देखते ही बनती है। जबकि दिन में दोपहर बाद ग्रामीण क्षेत्र से लोग परिवार के साथ मेले में आ रहे हैं। जो जरूरत के सामान खरीद कर ले जाते हैं। मेलार्थियों की सुविधा के लिए मेले में विशेष बाजार बनाए गए हैं। जिनमें सौंदर्य प्रसाधन से लेकर चूड़ी, चप्पल, जूतियां, रेडिमेड कपड़े, प्लास्टिक और सजावटी समेत हर आयटम की दुकानें इसमें हैं। इसी तरह बर्तन, कपड़ा, खिलौना, चाट, चौपाटी, मैन बाजार आदि सजे हुए हैं।
मीना बाजार में रहती विशेष सुरक्षा
मेले में इस बार महिलाओं के लिए विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है। महिला पुलिस की चाक-चौबंध व्यवस्था की हुई है। जिससे यहां व्यापारियों समेत मेलार्थियों को 24 घंटे सुरक्षा मुहैया हो रही है। मीना बाजार में प्रवेश मार्ग से लेकर अंतिम छोर तक प्रवेश व निकास की अलग-अलग व्यवस्था की गई है। जिससे अनावश्यक धक्का-मुक्की व भीड़-भाड़ नहीं हो रही है। मीना बाजार में केवल महिलाओं और उनके साथ आने वाले परिवार जनों को ही प्रवेश रहता है। जो निश्चिंत होकर अपनी जरूरत के सामान व सामग्री खरीद सकती है। यहां हर समय महिला पुलिस कर्मी तैनात रहती हैं।
डोल तालाब की पाल पर सजा है चौपाटी बाजार-
मेले में इस बार भी चौपाटी बाजार डोल तालाब की पाल पर सजाया यगा है। वहींं ठेले वालों को भी डोल तालाब की पाल पर शिफ्ट कर दिए जाने मेले के मैन मार्केट में भीड़ का दबाव कम हो गया है। जिससे लोगों को आवाजाही में असुविधा का सामना भी नहीं करना पड़ रहा है। पहले प्रवेश से लेकर तालाब की पाल के मुख्य चौराहे तक सड़क के बीच में ठेले खड़े रहते थे तथा दोनों तरफ दुकानें लगी होने से महिलाओं व बच्चों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। मनचले भीड़ में धक्कामुक्की करने से बाज नहीं आते थे।
नगर परिषद टीम रहती है मुस्तैद
मेलाध्यक्ष योगेंद्र मेहता के साथ-साथ नगर परिषद के अधिकारी व कर्मचारी एवं पार्षद मेला संचालन में एकजुटता के साथ लगे हुए हैं। रात को रंगमंच पर होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों समेत मेलार्थियों, व्यापारियों एवं कार्यक्रम प्रस्तुत करने आने वाले कलाकारों व अतिथियों को किसी प्रकार की असुविधा न हों, इसका ध्यान रखती है।
क्या कहते हैं व्यापारी
भीलवाड़ा से आए द्वारकेश फार्मास्यूटिकल के सुनिल जौहरी, गणेश चाट सेंटर प्रहलाद व गणेश पांचाल ने बताया कि पिछली बार की तरह इस बार भी उम्मीद है कि मेला अच्छा भरेगा। पहले दिन से ही मेले में भीड़ उमड़ना शुरू हो गई थी। ग्राहकी भी भीड़ के अनुसार बढ़ती जाती है। माह के मध्य में मेला आयोजन से ग्राहकी की शुरूआत भी ठीकठाक है।
-राजेश पंकज
स.मीडिया प्रभारी
(विशेष रिपोर्ट)
डोल मेला 2024, बारां।
-मो. 9462545569

Author: Third Eye News 24
सत्यमेव जयते